जनसंचार माध्यम और हिंदी: हिंदी सिनेमा के विशेष संदर्भ में : कौशल्या वरदराजन
जनसंचार माध्यम और हिंदी : हिंदी सिनेमा के विशेष संदर्भ में कौशल्या वरदराजन Koushalyav @ gmail.com प्रत्यक्ष संवाद के बजाय किसी तकनीकी या यान्त्रिक माध्यम के द्वारा समाज के एक विशाल वर्ग से संवाद कायम करना जनसंचार कहलाता है। जनसंचार के प्रमुख माध्यम हैं : अखबार , रेडियो , टीवी , इंटरनेट , सिनेमा आदि। संचार के माध्यम के रूप में हिन्दी का प्रयोग कोई नयी बात नहीं है , अभिव्यक्ति की क्षमता पाते ही , जन - कथा एवं पुराण कथा के रूप में हिन्दी जनसंचार का माध्यम बन गई थी। संचार माध्यम की भाषा के रुप में हिंदी ने जनभाषा का रूप धारण करके व्यापक जन स्वीकृति प्राप्त की है। और बदलती हुई परिस्थितियों के अनुरूप ढलते हुए आज उसने यह मुकाम हासिल किया है । आज का युग सूचना तथा संचार क्रांति का युग है ।संचार माध्यमों के विकास के साथ हिंदी में भी आशातीत विकास हुआ है। आज हिंदीतर प्रदेशों में भी प्राय : हिंदी बोली और समझी जाती है ।ऐसा जनसंचार माध्यमों के कारण ही संभव