अच्छा लगता है, मुझे : सारिका साहू

 अच्छा लगता है, मुझे

वक्त बेवक्त तुमसे बातें साझा करना

तुम्हें अपने हिस्से के वक्त में

शामिल करना अपनी खुशियों में ,

दुःख में,तुम्हारा सहभागी होना ।।

अच्छा लगता है, मुझे

तुमको अकारण परेशान करना

तुम्हारे साथ खूब खिलखिलाकर हंसना

तुम्हारे कांधे पर सिर रखकर तुम्हें अपना कहना ।।

अच्छा लगता है, मुझे

तुम्हारे मुख से मेरा नाम पुकारना

तुम्हारा बड़े हक़ से ,

मेरी गलतियों पर डांटना

तुम्हारा मेरे करीब आने की जिद्दोजहद करना ।।

अच्छा लगता है, मुझे

तुम्हारे हाथ में मेरा हाथ होना

भोर में सूर्य किरण का पान करना

ढलती संध्या पहर तक तुम्हारा साथ होना ।।

अच्छा लगता है, मुझे

तुम्हारा मेरे दुःख संताप में संबल दे जाना

तुम्हारा यूं मेरे किए गए कार्य पर प्रशंसा करना

मेरी आंखों की अनकही बातों को पढ़ जाना ।।

अच्छा लगता है, मुझे

तुम्हारा झूठ-मूठ रूठ जाना

मेरे मनाने पर जल्दी मान जाना

मेरी नादानियों को.

यूं अनदेखा कर जाना ।।


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